अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति की कोरबा इकाई ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन, स्वर्गीय मुकेश चंद्राकर के परिजनों को मुआवजा और उनके कातिलों को सख्त सजा देने की मांग
अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति की कोरबा इकाई ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन, स्वर्गीय मुकेश चंद्राकर के परिजनों को मुआवजा और उनके कातिलों को सख्त सजा देने की मांग
(छत्तीसगढ़ कोरबा ) बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या को लेकर छत्तीसगढ़ के पत्रकारों में बेहद आक्रोश देखा जा रहा है। मुकेश की बड़ी बेरहमी से हत्या की गई थी. उनके सिर पर चोट के 15 निशान मिले हैं. जबकि लीवर के चार टुकड़े, गर्दन टूटी हुई और हार्ट फटा हुआ पाया गया है. इतना ही नहीं बॉडी की 5 पसलियां भी टूटी हुई थीं.
ये कहना गलत नहीं होगा कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या में क्रूरता की सारी हदें पार कर दी गईं. ये एक पत्रकार पर नहीं बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। छत्तीसगढ़ में निर्भीकता और निष्पक्षता से पत्रकारिता करना अब खतरे से खाली नहीं है। छत्तीसगढ़ में विभिन्न पत्रकार संगठनों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए राज्य सरकार से पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर शीघ्र प्रभावशाली कदम उठाने की अपील की है। इसके लिए पत्रकारों द्वारा सभी जिलों से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नाम ज्ञापन सौंपा जा रहा है।
अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद शर्मा के निर्देश पर संगठन के पत्रकारों द्वारा हर जिलों में भी ज्ञापन सौंपा जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को कोरबा जिले में अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक साहू एवं जिलाध्यक्ष अरुण सांडे के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन के माध्यम से विष्णु देव की सरकार से मांग की गई है कि स्वर्गीय मुकेश चंद्राकर के परिवार को एक करोड रुपए मुआवजा एवं उनके कातिलों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। साथ ही मुकेश चंद्राकर को शहीद का दर्जा दिया जाए ।
इस मौके पर अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक साहू, जिलाध्यक्ष अरुण साण्डे, दिलीप वैष्णव, राकेश राजपूत, सुमन मिश्रा, प्रकाश चंद्र साहू, योगेश गोयल, रामायण रजक और आशुतोष वर्मा के अलावा बड़ी संख्या में पत्रकार साथी उपस्थित रहे।